Uttarakhand: पीएम मोदी ने किया 17547 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास, यंहा पढ़िए संबोधन की दस मुख्य बाते…

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2022) में कुछ ही महीने बाकी हैं। जिसे देखते हुए उत्तराखंड में सभी सियासी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। विधानसभा चुनाव के रण में उतरने के लिए चिर प्रतिद्वंद्वी भाजपा एक बार मैदान में उतरने को तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को उत्तराखंड के हल्द्वानी में जनता को संबोधित किया।

पीएम ने प्रदेश की जनता की नब्ज पर हाथ रखते हुए, मूलभूत सुविधाओं पर ही अपना संबोधन केंद्रित रखा। उन्होंने अपनी शैली में उत्तराखंड वासियों मनोभावों को छू लिया। उन्हें अच्छी तरह पता है कि अभी पहाड़ पर विकास पूरी तरह नहीं चढ़ पाया है। आइए इन दस बिंदुओं में समझें उनका संबोधन-

1- चिकित्सा

पीएम मोदी ने पहाड़ की परेशानियों को प्रमुखत से उठाया। उन्होंने कुमाऊं को सेटेलाइट एम्स के साथ ही पिथौरागढ़ जगजीवन राम अस्पताल की घोषणा की। उनका कहना था कि इससे पहाड़ से लेकर मैदान तक लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी। साथ ही कहा कि निर्माणाधीन अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को भी तेजी से पूरा किया जाएगा। अब लोगों को प्रदेश से बाहर इलाज के लिए नहीं जाना होगा।

2- टूरिज्म

एक पर्यटक एक अच्छा प्रचारक भी होता है। वह जब प्रदेश से बाहर जाएगा तो उत्तराखंड का गुणगान करेगा।पीएम मोदी ने अपने संबोधन में पर्यटन को प्रदेश के विकास के लिए बहुत जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि टूरिस्ट को जब सुविधा मिलेगी तभी वह आएगा। आज जो विकास की परियोजनाओं की घोषणा हो रही है। इससे पर्यटक का प्रदेश पर विश्वास बढ़ेगा। पर्यटन में बढ़ाेतरी से राज्य को राजस्व व युवाओं को रोजगार मिलेगा।

3- किसान

कहा कि प्रदेश के किसान पिछले चार दशक से छले जा रहे हैं। उन्हें सिंचाई के लिए पानी व बिजली नहीं मिल रही थी। पिछले सात सालों से डबल इंजन की सरकार किसानों की उन्नति के लिए लगातार प्रयास कर रही है। अब पहाड़ का अन्नदाता बिजली पानी मिलने से अच्छा उत्पदान करेगा और बेहतर रोड से अपनी फसल मंडी तक आसानी से पहुंचाएगा, जिससे उसकी आय में वृद्धि होगी। उसका जीवन स्तर सुधरेगा।

4- विकास

मोदी ने कहा कि पहले की सरकारें योजनाओं को शिलान्यास करके भूल जाया करती थीं। जिस योजना के लिए आज मैं आया हूं वह 1976 में शुरू हुई थी। आज चार दशक होने को हैं पर पूरी नहीं हुई। पहले की सरकारें प्रदेश का विकास नहीं चाहती थीं, उन्होंने सिर्फ अपना विकास किया। इसलिए पहाड़ विकास से अभी तक अछूता रहा। पर डबल इंजन की सरकार अब उत्तराखंड को विकास से वंचित नहीं होने देगी।

5- सेना

मोदी ने कहा कि उत्तराखंड देश की सेना को सपूत देने वाला राज्य है। इसने कुमाऊं रेजीमेंट जैसे वीर गौरवशाली रेजीमेंट दिया। विपक्ष ने हमेशा सेना को इंतजार कराया। चाहे बजट हो बुलेट प्रूफ जैकेट या फिर आतंक को करारा जवाब देना। हर चीज में विपक्ष ने इंतजार कराया। इससे सेना का मनोबल टूटा, देश व प्रदेश का मनोबल टूटा। हमने ऐसा नहीं होने दिया।

6- विपक्ष पर हमला

पीएम मोदी ने पूरे संबोधन में विपक्ष का नाम नहीं लिया पर अपनी शैली में पूरा हमला किया। उन्होंने जनता से विपक्ष को सबक सिखाने के लिए संकल्प भी करा लिया। कहा कि जनता दशकों से विकास की बाट जोह रही। दो पीढ़ी निकल गई मूलभूत सुविधाओं की राह देखते हुए। इसके लिए आप उन्हें माफ मत करना। हम काम कर रहे आप उन्हें ठीक करना।

7- रेल लाइन

मोदी ने कहा कि पहाड़ पर रेल लाइन बिछने से विकास में तेजी आएगी। इसके लिए बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन का सर्वे शुरू हो गया है। ताकि इस पर तेजी से काम शुरू हो सके। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग का काम तेजी से जारी है। इसी तरह से कुमाऊं में बागेश्वर-टनकपुर का काम शुरू होगा।

8- आल वेदर रोड

मोदी ने कहा कि पहाड़ पर चीन सीमा तक आल वेदर रोड का जाल बिछाया जा रहा है। यह काम लगभग पूरा होने को है। सड़क बनने से सेना, आम लोगों के साथ ही पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। राज्य के व्यापारी को सामान लाने ले जाने में सहूलियत होगी। देश सुरक्षित होगा।

9- सत्ता नहीं सेवाभाव

पीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार सत्ता नहीं सेवा भावी है। पहले दिल्ली व देहरादून में सत्ता की मलाई खाने वाले लोग थे। उन्हें जनता से मतलब नहीं था। यह तो देवभूमि है। यहां के जनता की तो सेवा करनी चाहिए। अब दून-दिल्ली में सेवा भावी सरकार है, जो कि हर क्षेत्र में विकास कर जनता की सेवा कर रही है। हम सत्ता में कुर्सी के लिए नहीं सेवा के लिए ही आए हैं।

10- युवा

मोदी ने पहाड़ की जनता की रग को छुआ। पलायन यहां की बड़ी समस्या है। इसके लिए उन्होनें कहा की प्रदेश का इंफ्रास्ट्रकचर मजबूत होने से युवाओं को पलायन नहीं करना पड़ेगा। लोन लेने के लिए हमने बैंक के दरवाजे खोल दिए हैं। अब युवाओं को ठोकर नहीं खानी पड़ेगी। पहाड़ से मैदान तक उन्हें रोजगार उपलब्ध होगा। अब पहाड़ का पानी और जवानी दोनों ही प्रदेश के काम आएगी।

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