tracking in uttarakhand: अब उत्तराखंड की 40 चोटियों पर भी मिली आरोहण की अनुमति

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देहरादून। केंद्र सरकार से संस्तुति मिलने के बाद राज्य सरकार ने उत्तराखंड की 40 और चोटियों पर भी पर्वतारोहण और ट्रेकिंग गतिविधियों के संचालन की अनुमति दे दी है। शासन की तरफ से इस संबंध में गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। इस संबंध में अपर सचिव धर्म सिंह मीणा की तरफ से आदेश जारी कर दिए गए हैं।

Trekking in uttarakhand

गौरतलब है कि प्रदेश में वन विभाग और उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के सहयोग से पर्वतारोहण और ट्रैकिंग चोटियों के संबंध में जरूरी जानकारी एकत्र की गई थी। दोनों विभागों के संयुक्त अध्ययन के बाद प्रदेश में 51 चोटियों के सापेक्ष 40 (30 चोटियों को पर्वतारोहण और 10 को ट्रेकिंग के लिए) चोटियों को उपयुक्त पाया गया। इस अध्ययन के बाद ही अपर प्रमुख वन संरक्षक, वन्यजीव और सदस्य-सचिव पर्वतारोहण समिति, उत्तराखंड की तरफ से इन चोटियों को खोले जाने की अनुमति शासन स्तर से मांगी गई थी, जिस पर गत दिवस यानी सोमवार को शासन ने सशर्त अनुमति प्रदान कर दी।

इन शर्तों पर मिलेगी ट्रैकिंग की अनुमति

  • पर्वतारोहण गाइडलाइन 2004 के अनुसार, किसी भी पर्वत चोटी पर महीने में सिर्फ दो पर्वतारोही टीमों और एक कैलेंडर वर्ष में कुल 12 टीमों को ही आरोहण की इजाजत दी जाएगी। एक टीम में 10 सदस्य ही होने चाहिए। हालांकि अतिरिक्त शुल्क के साथ अधिक से अधिक12 सदस्य हो सकते हैं।
  • मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखंड और संबंधित प्रभागीय वनाधिकारियों की तरफ से पर्वतारोहण के लिए पर्वतारोहियों को अनुमति एवं गाइडलाइन की आवश्यक शर्तों का पालन कराया जाना अनिवार्य होगा।
  • भारतीय पर्वतारोहण संस्थान, नई दिल्ली की तरफ से पर्वतारोहण अभियानों के लिए अधिरोपित शर्तों के साथ ही अन्य सुसंगत वन, वन्यजीव, जैव-विविधता, नियमों, अधिनियमों का अनुपालन भी सुनिश्चित कराया जायेगा।
  • पर्वतारोहण के लिए आये टीम के सभी पर्वतारोहियों के आईडी कार्ड, टीम का निर्धारित कार्यक्रम, रूट मैप और निर्धारित शुल्क प्राप्त करने के बाद ही सक्षम अधिकारी की तरफ से पर्वतारोहण की इजाजत दी जाएगी।
  • पर्वतारोहियों की तरफ से पर्वत चोटी पर निर्धारित बेस कैंपों में ही अस्थायी तंबू लगाए जाने की इजाजत होगी।
  • पर्वतारोहियों की तरफ से साथ ले जाई जा रही अजैविक सामग्री के लिए विदेशी पर्वतारोही टीम से 10 हजार और भारतीय टीम से पांच हजार की बंधक धनराशि जमा कराई जाएगी जो उन्हें वापस आने पर चेकपोस्ट पर अजैविक सामग्री दिखाने के बाद वापस कर दी जाएगी।
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