हरिद्वार। पंचायती अखाड़ा, श्रीनिरंजनी संन्यास लेने वालों के लिए अब इंटरव्यू लेने और शैक्षिक योग्यता परखने की व्यवस्था करने जा रहा है। अखाडा नियमों के अनुसार सब कुछ सही मिलने के बाद ही व्यक्ति को संत परंपरा में शामिल किया जाएगा। संन्यासियों के दूसरे सबसे बड़े इस अखाड़े में इसको लेकर मसौदा तैयार किया जा रहा है।
गत दिवस यानी सोमवार को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी से मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की। बताया जा रहा है कि अखाड़े में एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। संन्यास ग्रहण करने से पहले व्यक्ति को कमेटी के सम्मुख प्रस्तुतु होना पड़ेगा।
कमेटी की हरी झंडी मिलने के बाद ही आचार्य महामंडलेश्वर उस व्यक्ति कोसंन्यास ग्रहण कराएंगे। इसके अलावा कमेटी संन्यास ग्रहण करने वाले व्यक्ति से अभी तक किए गए कार्यों की साथ ही मठ-मंदिर की जानकारी भी ली जाएगी। धर्म की जानकारी लेके साथ ही उसके ज्ञान को भी परखा जाएगा।
संन्यासी, महंत, श्रीमहंत और महामंडलेश्वर के लिए अलग-अलग शैक्षिक योग्यता रखी जाएगी। शैक्षिक योग्यता पूरी होने पर कमेटी उस व्यक्ति का इंटरव्यू लेगी। इससे पहले उसके सभी दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी।
निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी का कहना है कि संत परंपरा में आने वाले व्यक्ति के लिए कुछ जरूरी नियम बनाए जा रहे हैं। इसको लेकर लंबी चर्चा हुई है। निरंजनी अखाड़ा जल्द इस पर निर्णय ले लेगा।