टिहरी। उत्तराखंड (Uttarakhand) में चार दिन में तीसरी बार बादल फटा है। इस घटना ने स्थानीय लोगों समेत प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है। इस बार राजधानी देहरादून से सटे टिहरी ज़िले के सीमांत घनसाली के नैलचामी क्षेत्र में ये दैवीय आपदा आई है। इस घटना में करीब आधा दर्जन गांव चपेट मुश्किल में आ गए हैं। साथ ही खेती को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है। कई रास्ते पानी के तेज बहाव में बह गए हैं। फिलहाल किसी जनहानि की खबर नहीं है। उधर खबर मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुँच गई है और नदी किनारे बसे ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया। दरअसल अब नदी में जलस्तर खतरनाक रूप ले चुका है।
गौरतलब है कि बीते 20 अगस्त को देहरादून (Uttarakhand) के साथ ही टिहरी ज़िले में बादल फटा था। इस घटना से बिगड़े हालात अभी पूरी तरह से सुधर भी नहीं पाए थे कि आज बुधवार को एक बार फिर से टिहरी में बादल फट गया जिससे लोग दहशत में आ गए। बता दें कि टिहरी का ये घनसाली इलाका आपदा के लिहाज़ से बेहद संवेदनशील माना जाता है। बताया जा रहा है कि बादल फटने से यहां कई एकड़ की खेती तबाह हो गई है और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं ।
पेयजल की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गयी है पानी का संकट भी खड़ा हो गया है। खतरे की जद में आए लोगों को शिफ्ट करने की कवायद की जा रही है। इससे पहले 20 अगस्त को टिहरी के धनोल्टी क्षेत्र के गवाड़ गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी। यहां 7 लोग मलबे में लापता हो गए थे, जिनमें से तीन की बॉडी रिकवर कर ली गई है जबकि 4 लोग अब तक मिसिंग हैं।(Uttarakhand)