गुजरात से अपराध का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, झालोद पुलिस ने बांसवाड़ा के सज्जनगढ़ के सरकारी टीचर मान सिंह डामोर और उनके मित्र गणपत निनामा को 19 लाख रुपये के पुराने नोटों के साथ अरेस्ट किया है।
जानकारी के मुताबिक, बरामद पांच सौ और एक हजार रुपए के सभी नोट 6 वर्ष पहले ही चलन से बाहर हो चुके हैं। कार्रवाई के दौरान दूसरी बाइक पर थोड़ी दूर चल रहा मुख्य सप्लायर किशनगढ़ का जग्गू पुलिस का चकमा देकर नौ दो ग्यारह हो गए। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पकड़े गए दोनों आरोपित झालोद के गराडू क्षेत्र में किसी ईश्वर नाम के शख्स को इन नोटों की सप्लाई देने जा रहे थे। इन नोटों की डिलीवरी के बदले इन्हें 30 फीसद कमीशन मिलने वाला था।
तो वहीं पुलिस ने बांसवाड़ा पासिंग बाइक जब्त कर ली है। इलेक्शन के चलते झालोद के गराडू चेक पोस्ट पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इस दौरान राजस्थान के बांसवाड़ा पासिंग दो युवक आते हुए नजर आए। जिनके पास बैग देखकर रुकवाया।
पड़ताल करने पर बैग में पांच सौ और एक हजार रुपए के नोटों की गड्डियां थी। इसकी गिनती करने पर पांच सौ के छह लाख 58 हजार 500 रुपए और एक हजार के बारह लाख 41 हजार 500 नोट बरामद हुए। अब पुलिस इस पड़ताल कर रही है कि बरामद हुए नोट 6 साल पहले ही बंद हो गए थे तो अब तक इनको कहां छुपा रखे थे और किस मकसद से रखा गया था।