मां ने 17 वर्षीय बेटी और 8 वर्षीय बेटा पर अपहरण का फर्जी मुकदमा करवाया दर्ज, पुलिस के उड़ गए होश

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सुलतानपुर में कोटेदारी और प्रधानी चुनाव को लेकर एक मां ने अपने बच्चों के फर्जी अपरहण का केस दर्ज करवा दिया। दो दो बच्चों के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। हरकत में आई पुलिस ने जब पड़ताल की तो पूरा मामला खुल कर सामने आ गया। फिलहाल बच्चो को पड़ोसी जिले अयोध्या से सकुशल बरामद कर लिया गया साथ ही फर्जी मुकदमा लिखवाने वाली माँ समेत दो लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर कार्यवाही शुरू कर दी है।

दरअसल ये मामला है लंभुआ थाने के खसडे गांव का। इसी गांव की रहने वाले मानसिंह की पत्नी रानी सिंह ने शुक्रवार को सूचना दी कि उसकी 17 वर्षीय बेटी महिमा और 8 वर्षीय बेटा आयुष स्कूल गए थे, लेकिन वापस नही लौटे। रानी ने शक के आधार पर आशंका जताई थी कि कोटेदारी और प्रधानी की रंजिश में ऊषा सिंह,हमराज सिंह, प्रधान प्रतिनिधि लालचंद्र यादव और बलराम यादव ने मिलकर उनके बेटे और बेटी का अपहरण कर लिया है और कोई अनहोनी कर सकते हैं।

भाई बहन के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस के होश उड़ गए। आनन फानन हरकत में आई पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की। सर्विलांस और स्वाट टीम ने भी तहकीकात शुरू की। जिसके पुलिस ने अयोध्या जिले के बीकापुर स्थित शेर सिंह की आरामशीन ने दोनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस की माने तो रानी ने जिन लोगों को नामजद किया था उन्ही लोगों से कोटेदारी और प्रधानी चुनाव को लेकर रंजिश थी। हाल में ही प्रधान प्रतिनिधि लालचंद यादव ने रानी सिंह का कोटा भी निरस्त करवा दिया था जिसका मुकदमा भी कमिश्नरी में चल रहा है। मुकदमे में कोई रिलीफ न मिलता देख रानी सिंह ग्राम प्रधान समेत सभी के खिलाफ फर्जी अपहरण का कुचक्र रच डाला। फिलहाल अपहरण का फर्जी मुकदमा लिखवाने के जुर्म में पुलिस ने रानी और उसके साथी अखिलेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है और कार्यवाही में जुट गई है।

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