लखीमपुर हिंसा: चार्जशीट में केंद्रीय मंत्री का नाम नहीं तो BJP भड़के अजय लल्लू, बोले- कब तक मंत्री को बचाएगी सरकार…

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लखीमपुर. लखीमपुर तिकुनिया हिंसा का मामला एक बार फिर तूल पकड़ने लगा है। लखीमपुर हिंसा मामले में जांच एजेंसियों ने 5000 पन्नों से भी ज्यादा की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है। जिसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी हैं। जिसको लेकर विपक्ष एक बार फिर केन्द्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है।

तिकुनिया हिंसा मामले को लेकर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं। लल्लू ने कहा प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और हमारे पार्टी के सीएम वहां पर गए। और मुद्दे को संसद में उठाया गया तो संसद से विरोध कर रहे लोगो को निकाल दिया गया। ग्रह राज्य मंत्री का बेटा और उनके रिश्तेदार इसमे शामिल है। तो ऐसा नही हो सकता कि बगैर मंत्री के इतनी वडी घटना हुई हो। आखिर क्यों सरकार मंत्री को बचाने में लगी हुई है। इस सरकार को जनता अब उखाड़ फेकेंगी। वीरेंद्र शुक्ल का नाम भी जांच में सामने आया है। तो क्यो 120बी का मुकदमा मंत्री के नाम था लेकिन क्यो उनका नाम चार्जशीट में नहीं है। क्यो अब तक कार्यवाही नही हुई यूपी जानना चाहता है कि आखिर कब मंत्री पर कार्यवाही होगी कब बर्खास्त होगा।

वहीं आशुतोष टण्डन की बहू की शिकायत मामले में अजय कुमार लल्लू ने कहा कांग्रेस यूपी की बेटियों के साथ खड़ी है लेकिन अभी तक पीएम और सीएम से शिकायत पीड़िता द्वारा की गई है। जब वो चाहेंगी तो कांग्रेस उसके साथ खड़ी है। बता दें, तिकुनिया हिंसा मामले में अभी 13 आरोपी जेल में बन्द हैं। चार्जशीट में नया नाम वीरेंद्र शुक्ला का बढ़ाया गया। वीरेंद्र पर सबूत मिटाने की साजिश का आरोप है। वीरेंद्र शुक्ला केंद्रीय मंत्री के रिश्तेदार हैं। वीरेंद्र शुक्ला पलिया ब्लॉक प्रमुख है। 5 हजार पन्ने की चार्जशीट को बक्से में ले जाया गया। पेन ड्राइव, DVD भी साथ में दाखिल की गई।

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