कार्रवाई के बदले दरोगा ने रेप पीड़िता से मांगे 5 लाख रुपये और कहा-‘पहले संबंध बनाओ’

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नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक महिला ने जब उसके द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर कार्रवाई करने की मांग की तो थानेदार ने उसके सामने शारीरिक संबंध बनाने के साथ ही 5 लाख रुपये की डिमांड रख दी। इसके बाद पीड़िता ने कोर्ट की शरण ली जिसके बाद नैनीताल पुलिस के मुखानी थाने में तैनात तत्कालीन थानेदार दीपक बिष्ट के खिलाफ इस मामले में कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया गया है। सरकार ने कोर्ट को बताया कि आरोपी दारोगा पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में दारोगा पर पीड़िता और उसके वकील को धमकी देने का भी आरोप लगा है। बहरहाल अब इस मामले में कल यानी शुक्रवार को फैसला आ सकता है।

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मिली जानकारी के मुताबिक करीब तीन महीने पहले 26 अप्रैल को एक महिला ने मुखानी थाने में तरुण साह के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि साह ने उसके साथ पहले दुष्कर्म किया और अब मारने की धमकी दे रहा है। आपबीती सुनाते हुए पीड़िता ने बताया कि उसके पति के बीमार होने की वजह से हफ्ते में तीन दिन डायलिसिस कराने के हालात के बीच साह ने मजबूरी का फायदा उठाकर उसके साथ जबरन संबंध बनाए।

इस पूरे मामले में हाईकोर्ट में तरुण साह की याचिका पर सुनवाई हुई, तो पीड़िता की ओर से कोर्ट में दारोगा दीपक बिष्ट पर भी साह के दबाव में कार्रवाई न करने का आरोप लगाया गया। कोर्ट में दरोगा दीपक बिष्ट पर आरोप लगाया गया कि उसने साह पर कार्रवाई करने के लिए पीड़िता से जबरन संबंध बनाने की मांग के साथ ही 5 लाख रुपये की भी डिमांड की। और तो और बिष्ट ने उसके वकील को भी देख लेने की धमकी दी। इसके बाद कोर्ट ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी थी।

बुधवार की सुबह सरकार ने कोर्ट में बताया कि आरोपी दारोगा के खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है, लेकिन कोर्ट इस बात से संतुष्ट नहीं दिखी। इधर, इस पूरे केस को लेकर साह के वकील महेन्द्र पाल ने कहा कि पीड़िता ने साह पर गलत आरोप लगाए हैं क्योंकि इन दोनों के बीच 3-4 साल से संबंध है तो एफआईआर अब क्यों दर्ज की गई।

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