Chardham All Weather Road: इस सड़क के चौड़ीकरण पर बढ़े कदम, शासन को सौंपी गई रिपोर्ट

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देहरादून। उत्तराखंड में बनी चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत अटका गंगोत्री-यमुनोत्री सड़क चौड़ीकरण का काम अब एक कदम और आगे बढ़ गया है। बता दें कि भागीरथी ईको संवेदी इलाके में आने के की वजह से धरासू से गंगोत्री और धरासू से यमुनोत्री चौड़ीकरण अभी तक पूरा नहीं हो सका था। अब पर्यावरण प्रभाव आकलन (EIA) का काम पूरा कर लिया गया है। इस मामले में समिति ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। अब मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति इस पर फैसला लेगी और फिर काम शुरू हो जायेगा।

Chardham All Weather Road

बीआरओ, वन और अन्य विशेषज्ञों की तरफ पर्यावरण प्रभाव आकलन (EIA) का काम पूरा कर लिया गया है। इसमें परियोजना की वजह से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव और उसके उपचार के बिंदु सुझाए गए हैं। इधर रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक अटका हुआ सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी शीघ्र शुरू होने के आसार बना रहे है। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग और वन आरके सुधांशु ने इसकी पुष्टि की। प्रमुख सचिव का कहना है कि आने वाले दिनों में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी इस पर निर्णय लेगी। इसके बाद अंतिम रिपोर्ट केंद्र के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को भेजी जाएगी। दरअसल गंगोत्री-यमुनोत्री सड़क चौड़ीकरण परियोजना में हजारों पेड़ जद में आ रहे हैं।

वहीं पर्यावरणविद पेड़ों की संख्या लाखों में बता रहे हैं। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो उत्तरकाशी से गंगोत्री तक सड़क चौड़ीकरण में लगभग हजार पेड़ काटे जाने हैं। वहीं यमुनोत्री क्षेत्र में पांच से सात हजार पेड़ काटे जा चुके हैं और अभी इतने ही और काटे जाने की आशंका है। इधर, पर्यावरण विदों का कहना है कि ये महज सरकारी आंकड़ा है। वहीं हकीकत यह है इन दोनों सड़कों को चौड़ा करने में दो लाख से अधिक पेड़ों की बलि दी जा रही है। इनमें अधिकतर पेड़ देवदार के हैं।

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