Assembly Elections: उत्तराखंड के ये गांव अब जाना जायेगा एनडी तिवारी के नाम से, सीएम ने की घोषणा

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देहरादून। उत्तराखंड ने अगले साल होने वाले चुनाव में जीत दर्ज करने को लेकर बीजेपी पुरजोर जोर आजमाइश में जुटी है। चुनाव को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जमकर मेहनत कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों से अपील की है कि वे उत्तराखंड स्थापना के 25 साल पूरे होने पर उसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करें।

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बता दें कि उत्तराखंड का गठन नौ नवंबर साल 2000 में हुआ था। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के 21वें स्थापना दिवस पर हल्द्वानी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य का विकास एक सामूहिक यात्रा है। इसमें न सिर्फ सरकार बल्कि जनता के हर वर्ग को शामिल होना होगा। अपने संबोधन ने पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ”आज हम एक संकल्प लेते हैं कि उत्तराखंड के लिए मिलकर काम करेंगे ताकि 2025 में अपने अस्तित्व की रजत जयंती वर्ष तक ये देश का नंबर वन राज्य बन जाए।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा और इसके लिए राज्य सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ”इस दशक की शुरुआत में विकास की जो रफ्तार हमने पकड़ी है, उसे हम गतिमान रखेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘अगर हम राजनीति कर रहे होते तो पंतनगर सिडकुल का नाम पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नारायण दत्त तिवारी के नाम पर न रखते या मंगलवार को राज्य स्थापना दिवस पर शुरू किए गए उत्तराखंड गौरव सम्मान के लिए उनका नाम न चुनते।’

सीएम ने कहा कि पंडित तिवारी के राज्य के विकास में योगदान को सभी ने माना है। मुख्यमंत्री धामी ने इस मौके पर नैनीताल जिले में स्थित बलूटी गांव का नाम तिवारी के नाम पर रखने की घोषणा भी की।’ दरअसल, नारायण दत्त तिवारी का जन्म इसी गांव में हुआ था। बता दें कि राज्य के स्थापना दिवस को सप्ताह भर लंबे उत्तराखंड महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है और हल्द्वानी में आयोजित समारोह इसी का एक हिस्सा था।

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