उत्तराखंड। रिसेप्शिनस्ट अंकिता भंडारी की लाश मिलने के बाद प्रदेश भर में उबाल आ गया है। आक्रोशित भीड़ जगह-जगह प्रदर्शन कर रही है और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने कि मांग कर रही है। भीड़ ने बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे के पुलकित आर्य के गंगा भोजपुर स्थित वनंतरा रिजॉर्ट काे भी आग के हवाले कर दिया। बता दें की पुलकित आर्य ही अंकिता हत्याकांड का मुख्य आरोपी है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है की आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा सुनाई जाये। बता दें कि शनिवार सुबह एसडीआरएफ की टीम ने चीला पावर हाउस शक्तिनहर कनाल से गायब होने के 5 दिन बाद अंकिता का शव बरामद किया था। गुस्से भीड़ ने यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की है। राजनीतिक संगठनों और महिला मंच की सदस्यों ने उत्तराखंड की बीजेपी सरकार के खिलाफ शनिवार को जमकर प्रदर्शन किया और दोषियों को फांसी दिलाने की। प्रदर्शन कारियों ने इस दौरान रैली निकाली और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इधर अंकिता हत्याकांड पर सख्त रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कड़ी कार्रवाई के आदेश दे दिया है। इसके बाद पुलिस ने रिजोर्ट के मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और अवैध रिजोर्ट को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया है।रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बता दें कि अंकिता भंडारी 18 सितंबर को गायब हुई थी और 5 दिन बाद उनका शव चीला नहर से बरामद किया गया है।
18 सितंबर – उत्तराखण्ड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर के वनतारा रिजार्ट से संदिग्ध हालत में 19 वर्षीय अंकिता भंडारी लापता हुई।
19 सितंबर – अंकिता भंडारी की गुमशुदगी के संबंध में उसके माता-पिता ने राजस्व पुलिस चौकी उदयपुर तल्ला में मामला दर्ज करवाया।
22 सितंबर – विरोध प्रदर्शन के बाद केस की गंभीरता को देखते जांच लक्ष्मणझूला पुलिस को सौंप दी गई।
23 सितंबर – लक्ष्मणझूला पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया।
23 सितंबर – आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
23 सितंबर – देर रात रिजॉर्ट के एक हिस्से को बुलडोजर से कर ध्वस्त कर दिया गया।
24 सितंबर- अंकिता भंडारी के शव की तलाश के लिये उत्तराखंड SDRF ने सर्च ऑपरेशन चलाया और शव को चीला नहर से बरामद किया।