हिमाचल में उपचुनाव से शिमला नगर निगम पार्षद दिवाकर शर्मा ने एचपीवीके चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट मांगा।

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शिमला. हिमाचल प्रदेश में होने वाले उपचुनावों के लिए दोनों राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. तीन विधानसभा और एक लोकसभा उपचुनाव के लिए होने वाले चुनावों के लिए भले ही राज्य चुनाव आयोग द्वारा अभी घोषणा नहीं की है. लेकिन दोनों बड़े राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस पूरी तरह से तैयार दिख रही है. दोनों राजनीतिक दलों ने भले ही अपने प्रत्याशियों की घोषणा का खुलासा अभी तक नहीं किया है. लेकिन टिकट की चाह में कई दावेदार चुनावी रंग में रंग गए हैं. इन उपचुनावों के लिए बड़े नेता जहां उद्घाटन से लेकर शिलान्यास कर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. वही टिकट के तलबगार भी बढ़ते जा रहे हैं. उपचुनावों के लिए मंडी लोकसभा सीट से लेकर अर्की विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है.

कहा-कहां होने हैं चुनाव

मंडी लोकसभा सीट से भाजपा के पूर्व सांसद रहे रामस्वरूप शर्मा के निधन के बाद सीट जहां खाली हुई है. अर्की विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद सीट खाली हुई है. इसके अलावा जुब्बल कोटखाई क्षेत्र से पूर्व विधायक नरेंद्र बरागटा और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है. जिसके लिए जल्द ही उप चुनाव होने वाले हैं, लेकिन न तो राज्य चुनाव आयोग की ओर से चुनावों की घोषणा की गई है और न ही दोनों बड़े राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. लेकिन उप चुनाव की घोषणा से पूर्व ही प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी जताई है.

वीरभद्र के निधन पर खाली हुई सीट

सबसे हॉट सीट मानी जाने वाली अर्की विधानसभा सीट से कांग्रेस नेता दिवाकर देव शर्मा ने अपनी दावेदारी पेश की है. वर्तमान में नगर निगम शिमला में मज्याठ वार्ड से पार्षद दिवाकर देव शर्मा का कहना है कि वे पिछले 20 सालों से संगठन का काम कर रहे हैं और विभिन्न पदों पर रहते हुए संगठन द्वारा दी गई जिम्मेदारी को निभाते हुए शक्ति प्रदान की है. उन्होंने कहा कि वे वर्तमान में कांग्रेस में सचिव के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन युवा साथियों के आह्वान पर उन्होंने पार्टी में अर्की विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी पेश की है.

पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व विधायक वीरभद्र सिंह के निधन के बाद खाली हुई है सीट
बता दें पूर्व अर्की विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह विधायक थे लेकिन लंबी बीमारी के चलते उनके निधन के बाद यह सीट खाली हुई है. जिसके लिए अब उपचुनाव होना है. अभी पार्टी की ओर से किसी प्रत्याशी की कोई घोषणा नहीं की गई है. लेकिन प्रत्याशियों की घोषणा से पूर्व सभी कार्यकर्ताओं को यह पूरा अधिकार रहता है कि वे अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं. बाकी निर्णय पार्टी आलाकमान को लेना है. उन्होंने बताया कि यदि उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी देती है तो वह क्षेत्र के विकास को गति देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.

पार्षद हैं टिकट मांगने वाले देव शर्मा

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व विधायक रहे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी क्षेत्र में बहुत विकास किया है लेकिन जो अभी उनकी योजनाओं के मुताबिक बचा हुआ कार्य है, उसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा और साथ ही क्षेत्रवासियों को नई योजनाओं और विकास कार्यों को गति दी जाएगी.बता दें कि 2017 में नगर निगम शिमला की परिधि का पुनर्सीमांकन होने के बाद मज्याठ वार्ड का गठन किया गया था. जिसमें दिवाकर देव शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर पार्षद का चुनाव लड़ा था जिसमें भारी मतों से वे विजयी हुए हैं. नगर निगम शिमला में पार्षद के तौर पर कार्य करते हुए दिवाकर देव शर्मा ने करीब 5 करोड़ से वार्ड में पार्किंग से लेकर एम्बुलेंस रोड़ जैसी विभिन्न तरह की सुविधाएं लोगों को प्रदान की है.जो उनके कार्यशैली को दर्शाता है.

 

 

 

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