प्रयागराज: पीईटी की नकली आंसरशीट बेचते दो गिरफ्तार, एसटीएफ की वाराणसी इकाई ने नैनी स्थित परीक्षा केंद्र से पकड़ा.

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प्रयागराज: पीईटी की नकली आंसरशीट बेचते दो गिरफ्तार, एसटीएफ की वाराणसी इकाई ने नैनी स्थित परीक्षा केंद्र से पकड़ा.

एसटीएफ वाराणसी यूनिट को सूचना मिली थी कि नकली आंसरकी बेचकर कुछ लोग अभ्यर्थियों को ठगने का काम कर रहे हैं। इस पर एक टीम ने नैनी के चकदाऊद नगर स्थित लक्ष्मी देवी कॉन्वेंट स्कूल के पास पहुंचकर दो लोगों को पकड़ा। मोबाइल देखने पर इसमें नकली आंसरकी मिली, जिसे ब्रॉडकॉस्ट के जरिए अन्य लोगों को भेजा गया था। थाने ले जाकर सख्ती से पूछताछ की गई तो दोनों ने बताया कि उनके मोबाइल में मिली आंसरकी नकली है। इसे असली बताकर वह 10-10 हजार में बेचकर अभ्यर्थियों को ठगने का काम कर रहे थे। दोनों ने खुद को रवि प्रकाश गौतम निवासी भिदुना, थाना मीरगंज जनपद जौनपुर और मनीष जायसवाल निवासी दसिया भानपुर, थाना रानीगंज जनपद प्रतापगढ़ बताया।

यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की ओर से आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) की नकली आंसरकी बेचते दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ वाराणसी इकाई ने उन्हें नैनी स्थित परीक्षा केंद्र के पास से पकड़ा। दोनों व्हाट्सएप के माध्यम से फर्जी आंसरकी बेचकर अभ्यर्थियों को ठगने में लगे थे। उनके खिलाफ नैनी थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।

एसटीएफ वाराणसी यूनिट को सूचना मिली थी कि नकली आंसरकी बेचकर कुछ लोग अभ्यर्थियों को ठगने का काम कर रहे हैं। इस पर एक टीम ने नैनी के चकदाऊद नगर स्थित लक्ष्मी देवी कॉन्वेंट स्कूल के पास पहुंचकर दो लोगों को पकड़ा। मोबाइल देखने पर इसमें नकली आंसरकी मिली, जिसे ब्रॉडकॉस्ट के जरिए अन्य लोगों को भेजा गया था। थाने ले जाकर सख्ती से पूछताछ की गई तो दोनों ने बताया कि उनके मोबाइल में मिली आंसरकी नकली है। इसे असली बताकर वह 10-10 हजार में बेचकर अभ्यर्थियों को ठगने का काम कर रहे थे। दोनों ने खुद को रवि प्रकाश गौतम निवासी भिदुना, थाना मीरगंज जनपद जौनपुर और मनीष जायसवाल निवासी दसिया भानपुर, थाना रानीगंज जनपद प्रतापगढ़ बताया। यह भी बताया कि इस काम में उनके साथी रोहित, आनंद और अंकुर भी शामिल हैं। एसटीएफ अफसरों ने बताया कि पूछताछ में यह भी पता चला कि पकड़े गए दोनों आरोपी भी परीक्षा में शामिल होने वाले थे। लेकिन इससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

रात एक बजे से ही शुरू हो गया था खेल

एसटीएफ अफसरों ने बताया कि पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि नकली आंसरकी बेचकर ठगी करने का खेल रात एक बजे से ही शुरू हो गया था। आनंद ने रात एक बजे मनीष जायसवाल के मोबाइल पर आंसरकी भेजी थी। इसी तरह रोहित ने रविप्रकाश गौतम को सुबह पांच बजे के करीब आंसरकी भेजी। एसटीएफ के मुताबिक, आरोपियों ने यह भी बताया कि दोनों ने पूर्व में भी परीक्षाओं में इसी तरह नकली आंसरकी बेचकर ठगी करने की बात कबूली है।

 

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