काशी महाकाल के बाद तीन और निजी ट्रेनें मिलेंगी प्रयागराज को.

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काशी महाकाल के बाद तीन और निजी ट्रेनें मिलेंगी प्रयागराज को.

रेलवे की मान्यता प्राप्त यूनियनों द्वारा भले ही कारपोरेट ट्रेन संचालन का विरोध किया जा रहा हो लेकिन  रेलवे द्वारा निजी ट्रेनों के संचालन में प्रयास तेज कर दिए गए हैं। उत्तर मध्य रेलवे जोन में तेजस और काशी महाकाल एक्सप्रेस के संचालन के बाद रेलवे ने तीन और निजी ट्रेनें चलाने की तैयारी शुरू की है। इन तीनों ही ट्रेनों का संचालन आईआरसीटीसी द्वारा किया जा सकता है। इसके लिए टेंडर जारी किया जा चुका है।

दरअसल, पिछले वर्ष ही रेलवे द्वारा प्राइवेट सेक्टर की मदद से चलाई जाने वाले ट्रेनों के लिए टाइमलाइन तय करने के साथ 12 कलस्टर बनाए गए थे। इसमें प्रयागराज कलस्टर भी शामिल किया गया था। यहां से 13 निजी ट्रेनों का संचालन किया जाना था। फिलहाल रेलवे ने वाराणसी-नई दिल्ली के लिए निजी ट्रेनों के लिए टेंडर जारी किया गया है। यह रूट वाया प्रयागराज होगा। दो ट्रेनें दिल्ली के लिए एवं एक का संचालन पुणे के लिए किया जाना है। इस टेंडर में आईआरसीटीसी ने भी सहभागिता की है। बताया जा रहा है कि तेजस और काशी महाकाल के बाद आईआरसीटीसी को परिचालन की अनुमति मिल सकती है।

बता दें कि आईआरसीटीसी कोरोना के पूर्व वाराणसी से इंदौर के बीच काशी महाकाल एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया गया था, लेकिन महामारी के कारण यह ट्रेन अभी बंद चल रही है। चर्चा है कि काशी महाकाल का संचालन इस बार के शारदीय नवरात्र के दौरान किया जा सकता है। आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा बताते हैं कि अभी वाराणसी-प्रयागराज-नई दिल्ली रूट के लिए निजी ट्रेनें चलाई जानी है। रेलवे की ओर से इसके लिए टेंडर जारी किया गया है। इसके लिए आईआरसीटीसी ने भी सहभाग किया है।

 

 

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